12 साल में सबसे कम गर्मी; इसके चार मुख्य कारण, इनमें से एक लॉकडाउन भी
मध्यप्रदेश केभोपाल शहर में पिछले 12 साल के मुकाबले इस बार गर्मी उतनी असरदार नहीं है। अप्रैल का आखिरी दिन छोड़ दें तो मार्च के 31 और अप्रैल के 29 दिनों में से ज्यादातर दिन तापमान सामान्य से कम ही रहा। कुछ दिन तापमान सामान्य स्तर पर रहा। अप्रैल के केवल आखिरी दिन पारा 41 डिग्री पर गया था। अब मई भी उसी ट्रैक पर चलता दिख रहा है। मई के सात में से दो दिन तापमान सामान्य से 1 डिग्री कम रहा। बाकी दिन औसत के करीब या एक डिग्री अधिक रहा। अगले सात दिन तापमान सामान्य रहने के आसार हैं।
गर्मी असरदार न होनेके ये है चार कारण
1. हर 10 दिन के अंतराल में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है।
2. अरब सागर, बंगाल की खाड़ी में बनी नमी बादल के रूप में दिख रही।
3. राजस्थान की गर्म हवाओं से तपन होती है। इस बार ऐसा नहीं है।
4. लॉकडाउन में वाहन बंद पड़े हैं। इससे भी राहत है। (मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला के मुताबिक)
लॉकडाउन इफेक्ट
15 मार्च तक ठंड बारिश :इस बार 15 मार्च तक पारा सामान्य से लगभग 5 डिग्री तक कम रहा। बादल, बारिश और उत्तरी हवा के कारण ठंड महसूस होती रही। इसके बाद मौसम कुछ सुधरा, पर पारा 30 डिग्री तक ही पहुंचा।
आगे क्या : अगले 5दिन में कहीं बारिशमौसम विशेषज्ञ डाॅ. डीपी दुबे का कहना है कि अगले पांच दिन भी कहीं-कहीं बारिश, बादल छाए रहेंगे। इंदौर में भी बादल छाए रहेंगे, हवा चलेगी। लेकिन तापमान पर ज्यादा असर नहीं होगा।
12 साल में अप्रैल का तापमान
वर्ष | तारीख | तापमान |
2008 | 28 व 30 | 41.3डिग्री |
2009 | 30 | 43.6डिग्री |
2010 | 18 | 42.2डिग्री |
2011 | 27 व 29 | 40.8डिग्री |
2012 | 3 व 10 | 40.2डिग्री |
2013 | 30 | 41.0डिग्री |
2014 | 28 | 40.8डिग्री |
2015 | 21 | 42.0डिग्री |
2016 | 16 व 30 | 41.0डिग्री |
2017 | 18 | 41.6डिग्री |
2018 | 29 | 42.1डिग्री |
2019 | 24 | 43.5डिग्री |
2020 | 30 | 41.0 डिग्री |
12 साल में मई का मिजाज
वर्ष | तारीख | तापमान |
2008 | 24 व 27 | 43.7 डिग्री |
2009 | 15 और 22 | 43.2डिग्री |
2010 | 22 | 44.2डिग्री |
2011 | 19 | 42.5डिग्री |
2012 | 26 | 42.0डिग्री |
2013 | 20 | 42.8डिग्री |
2014 | 30 | 43.2डिग्री |
2015 | 19 | 43.5डिग्री |
2016 | 19 | 44.5डिग्री |
2017 | 26 | 42.8डिग्री |
2018 | 29 | 43.2डिग्री |
2019 | 29 व 31 | 42.5डिग्री |
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