ट्रम्प के करीबी नौ सांसद चीन पर प्रतिबंध के लिए संसद में बिल लाए, अमेरिका ने चीन को घेरने की कवायद तेज की
चीन पर प्रतिबंध लगाने के लिए अमेरिका की संसद में बिल पेश किया गया है। यह बिल नौ सांसदों के समूह ने पेश किया। इसमें कहा गया है कि अगर चीन कोरोनावायरस फैलने के कारणों की पूरी जानकारी नहीं देता है, इस पर काबू करने में सहयोग नहीं करता है तो अमेरिका के राष्ट्रपति को चीन पर प्रतिबंध लगाने की अनुमति दी जाए।
राष्ट्रपति 60 दिन में यह प्रमाणित करेंगे कि चीन ने अमेरिका, उसके सहयोगियों या डब्ल्यूएचओ जैसी संयुक्त राष्ट्र से संबंधित संस्थाओं को कोरोना पर पूरी जानकारी नहीं दी। उसने मांसाहार बेचने वाले उन सभी बाजारों को बंद नहीं किया, जिनसे जानवरों से इंसानों में संक्रमण फैलने का खतरा था। यह बिल सांसद लिंडसे ग्राहम ने तैयार किया है। आठ अन्य सांसदों ने इस पर उनका साथ दिया।
चीन ने जांच की मंजूरी देने से इनकार किया: ग्राहम
ये सभी नौ सांसद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के करीबी माने जाते हैं। ग्राहम ने कहा कि चीन ने जांच की मंजूरी देने से इनकार कर दिया है। ऐसे में यह बिल लाना जरूरी था। अगर चीन पर दबाव नहीं बनाया गया, तो वह जांच में कभी सहयोग नहीं करेगा।बिल में यह भी कहा गया है कि चीन हांगकांग के लोकतंत्र समर्थकों को महामारी के दौरान जेल से रिहा करे।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोले- 20 साल में चीन से 5 महामारी आईं
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओ ब्रायन ने भी मीडिया से कहा कि 20 साल में चीन से 5 महामारी आईं। इसे किसी को तो किसी छोर पर रोकना होगा। दुनिया चीन की सरकार से कहे कि हम उसके यहां से निकल रही महामारियों को सहन नहीं करेंगे, फिर चाहे ये पशु बाजारों से निकल रही हों या प्रयोगशालाओं से।
कोरोना वुहान से निकला है,हमारे पास सबूत हैं:ब्रायन
ब्रायन ने कहा किहमें पता है कि यह कोरोना वुहान से निकला है। हमारे पास सबूत हैं। हालांकि, ब्रायन ने सार्स, एवियन फ्लू, स्वाइन फ्लू, कोरोना के नाम ही गिनाए। 5वीं बीमारी का नाम नहीं बताया। बता दें कि अमेरिका में अब तक 14,17,398 मामले आए हैं। 83,980 मौतें हुई हैं।
हमारे खिलाफ बिल अनैतिकःचीन
चीन ने अपने खिलाफ अमेरिकी संसद में आए बिल का विरोध किया है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने कहा है कि यह बिल पूरी तरह अनैतिक है। हमने कोरोनावायरस महामारी की शुरुआत से ही जानकारी देने में पारदर्शिता रखी। इसके पहले झाओ ने कहा था कि चीन और अमेरिका को व्यापार सौदे को लागू करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए।
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